गांव में कौन सा बिजनेस करें | गांव में सबसे ज्यादा चलने वाला बिजनेस

गांव में ज्यादातर लोग खेती करते है लेकिन कुछ से लोग अपने गांव में रहकर ही खुद का कोइ न कोई व्यवसाय शुरू करना चाहते है और जानना चाहते है कि गांव में कौन सा बिजनेस करें? या गांव देहात में चलने वाला बिजनेस कौनसा है जिससे हर महीने अच्छी कमाई हो सके।

तो इसके लिए आपको ये लेख जरूर पढ़ना चाहिए। आज मैं आपको गांव में बढ़िया कमाई वाले कुछ बेहतरीन बिज़नेस आइडियाज के बारे के बारे जानकारी देने वाला हूँ। तो आईये जानते है 2024 में गांव में सबसे ज्यादा चलने वाला बिजनेस जो बनाएगा आपको करोड़पति।

गांव में कौन सा बिजनेस करें? गांव में सबसे ज्यादा चलने वाला बिजनेस:

खाद बीज की दुकान:

गांव में अधिकांश लोग खेती बाड़ी का काम करते है और विभिन्न प्रकार की फसल उत्पादित करते है। ऐसे में उन्हें फसलों के लिए विभिन्न प्रकार की दवाईयों और खाद बीज की जरूरत पड़ती रहती है। इसके लिए अक्सर उन्हें अपने गांव से दूर किसी शहर या कस्बे में जाना पड़ता है। इस काम में किसानों को ज्यादा पैसा और समय खर्च होता है।

तो अगर आप गांव में खाद बीज की दुकान शुरू करते हो तो इससे आपके गांव के किसानों को अपने गांव में ही खेती के लिए खाद बीज उपलब्ध हो जायेगा और आपका बिज़नेस भी अच्छा चलेगा।

धीरे धीरे आप अपने गांव के पड़ौसी गांव वालों को भी अपनी दुकान से जोड़ सकते है। बाद में जानपहचान बढ़ने पर लोग खुद ही आपकी दुकान पर आने लगेंगे। खेती बाड़ी के सीजन में इस बिज़नेस में काफी अच्छी कमाई होने के चांस होते है। इसलिए इसकी तैयारी पहले से ही कर ले।

डेयरी फार्मिंग:

गांव के लिए डेयरी फार्मिंग भी एक बढ़िया व्यवसाय माना गया है। डेयरी फार्मिंग के अंतर्गत दूध उत्पादन के आलावा ही दूध से बने उत्पाद बड़ी मात्रा में तैयार किये जाते है जैसे – दूध- घी, मावा, पनीर, छाछ, मक्खन इत्यादि। इन उत्पादों की मार्केट में बहुत मांग रहती है और इसमें काफी अच्छा प्रॉफिट भी मिल जाता है।

इसलिए अगर आपके पास गांव में कुछ खाली जमीन है तो आप वहां पर ये व्यवसाय शुरू कर सकते है। ज्यादा दूध उत्पादन ही इस बिज़नेस ही जान होता है। इसलिए डेयरी फार्मिंग के लिए आपको बढ़िया किस्म के दुधारू किस्म की गाय और भैसों को पालना होगा।

सब्जीयों की खेती:

गांव के लोग खेती बाड़ी करने में माहिर होते है। इसलिए गांव में सब्जियों की खेती बहुत आसानी से की जा सकती है। अगर आपके पास एक से दो बीघा खेत है तो उसमे एक ही सीजन में सब्जियों की खेती करके 2 से 3 लाख रूपये की बचत आसानी से की जा सकती है।

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छोटे किसानों के लिए तो गांव में सब्जियों की खेती करना काफी फायदे का सौदा माना जाता हैं क्यूंकि छोटे खेतों में अन्य फसल उगाने में फायदा बहुत की कम होता हैं। इसके विपरीत अगर वही किसान अपने छोटे खेत में सब्जियों का उत्पादन करता हैं तो इससे उसका मुनाफा काफी ज्यादा बढ़ने की सम्भावना रहती है।

इस व्यवसाय के अंतर्गत सीजन के हिसाब से अलग सब्जियों की फसल तैयार करें। आप आप किसी बड़े विक्रेता को थोक में माल बेचना कहते है तो छोटे खेत में एक समय पर केवल एक ही फसल करें। यदि आप खुद ही रिटेल में सब्जिया बेचना चाहते है तो कम जगह में विभिन्न प्रकार की सब्जिया उगाई जा सकती है।

पोल्ट्री फार्म:

गांव के लिए पोल्ट्री फार्म यानि मुर्गी पालन भी बढ़िया व्यवसाय माना जाता है। क्यूंकि पोल्ट्री फार्म के लिए वैसे भी शहर से दूर गांव का शांत और स्वच्छ वातावरण अच्छा माना जाता हैं क्यूंकि मुर्गियों को शोर शराबा और गंदगी पसंद नहीं होता हैं। ज्यादा शोर शराबे में मुर्गियां बीमार होकर मरने लगती हैं। इसके अलावा उन्हें खुले वातावरण में विचरण करना बहुत पसंद होता है।

मुर्गे-मुर्गियों को अंडे और मांस के लिए पाला जाता है। एक ही पोल्ट्री फार्म में मुर्गे मुर्गियों की विभिन्न किस्में पाली जा सकती है। जैसे: देसी मुर्गा, कड़कनाथ, ब्रॉयलर, फ्रायर, रोस्टर  इत्यादि। इस बिज़नेस में प्रॉफिट भी बहुत हाई रहता है।

इस व्यवसाय के अंतर्गत 1500 मुर्गीयां पालने पर लगभग 50000 से लेकर 1 लाख तक मुनाफा आसानी से कमाया जा सकता है। इसमें सबसे ज्यादा कमाई अंडों से होती है। और सर्दियों के सीजन में तो कमाई बहुत ज्यादा होती है।

पेड़ पौधों की नर्सरी:

पेड़ पौधों के लिहाज से गांव में बहुत ही उपयुक्त वातावरण पाया जाता है। इसलिए गांव में पेड़ पौधों की एक नर्सरी भी शुरू की जा सकती है। उसमे विभिन्न प्रकार के पौधे, रंग-बिरंगे फूल वाले पौधे उगाकर एक शानदार नर्सरी तैयार करके आप उससे हर साल लाखों की कमाई कर सकते है।

वैसे भी आजकल शहरों और गावों में लोग विभिन्न प्रकार के देशी-विदेशी किस्म के पौधे लगाना पसंद करते है। इस बिज़नेस में ज्यादा खर्चा भी नहीं आता। लगभग 50000 हजार रूपये से भी इस बिज़नेस को शुरू किया जा सकता है।

इस व्यवसाय को शुरू करने से पहले आपको थोड़ी बहुत गार्डनिंग की थोड़ी बहुत जानकारी होनी चाहिए।

मधुमक्खी पालन:

मधुमक्खी पालन ज्यादातर ग्रामीण इलाकों में ही किया जाता हैं। क्यूंकि इसके लिए गांव का वातावरण ही सबसे उपयुक्त माना जाता हैं। इस व्यवसाय के अंतर्गत शहद एवं मोम का उत्पादन किया जाता हैं। और आजकल मार्केट में अच्छी क्वालिटी के शहद की खूब डिमांड रहती है।

मधुमक्खी पालन के अंतर्गत सर्दियों के दौरान मधुमक्खियों के रहने लायक चौकोर अकार के लकड़ी के डिब्बे खेतों के किनारे रख दिए जाते हैं और मधुमक्खियां उन डिब्बों से निकलकर आसपास की फसलों से फूलों का रस इकठ्ठा करती है। जिसे बाद में मधुमक्खीपालक मशीन द्वारा शहद एवं मोम को अलग कर लेते है। जिसे बाद में बाजार में बेच दिया जाता है।

इस व्यवसाय को परिवार के दो या तीन व्यक्ति मिलकर भी कर सकते है। ये एक ऐसा बिज़नेस है जिसे खेती के साथ आसानी से किया सकता है। खेत में मेड़ पर या खेत के किनारों पर मधुमक्खी के कृत्रिम घर (हाईव) को रख दिया जाता है। जिससे मधुमक्खीयां फसल में और आसपास के पौधों के फूलों पर मडराती है और रस इक्क्ठा करती है।

ये मधुमक्खीयां फसलों के अधिक उत्पादन के लिए भी महत्वपूर्ण होती है क्यूंकि मधुमक्खीयां फसलों में परागण का भी काम करती है।

मोमबत्ती उद्योग:

अगर आप गांव में मधुमक्खी पालन करते है तो आप इसके साथ ही मोमबत्ती उद्योग भी शुरू कर सकते है। क्यूंकि मधुमक्खी पालन में मोम का उत्पादन भी काफी ज्यादा मात्रा में होता हैं। इसका उपयोग करके विभिन्न आकार-प्रकार की एवं कलरफुल मोमबत्तियाँ तैयार करके मार्केट में सप्लाई की जा सकती है। ये भी मार्केट में बहुत बिकती है।

जन सेवा केंद्र:

जन सेवा केंद्र यानि वह दुकान जहाँ पर इंटरनेट द्वारा सरकारी योजनाओं एवं अन्य डिजिटल सेवाओं का लाभ लोगों को पहुँचाया जाता है। जैसे – आधार कार्ड और जनआधार कार्ड बनाना, पैन कार्ड बनाना, जाती, मूल निवास प्रमाणपत्र, बैंकिंग, ऑनलाइन पैसे ट्रांसफर करना, टेलिकॉम सेवाएं इत्यादि।

और वैसे भी आजकल लोगों को इन सभी कामों की बहुत ज्यादा जरूरत पड़ती ही रहती है। और जहाँ ये सेवाएं उपलब्ध नहीं है वहां के लोग अपने गांव से दूर आसपास के किसी शहरी इलाके में जाकर अपना काम करवाते है जिसमें उनका काफी समय और पैसा खर्च होता है।

इसलिए अगर आपको कंप्यूटर और इंटरनेट की थोड़ी बहुत नॉलेज है तो आप अपने गांव में ये काम शुरू करके भी बढ़िया पैसा कमा सकते है।

कम्पोस्ट (जैविक) खाद तैयार करना:

कम्पोस्ट खाद किसी भी पौधे के लिए बहुत अच्छा पोषण देने वाला स्रोत होता है। इसे गोबर से तैयार किया जाता है। इसलिए गांव में जिसके पास पशुधन है वह आसानी से कम्पोस्ट खाद तैयार कर सकता है। चाहे गांव हो या शहर सब जगह जैविक खाद बहुत डिमांड में रहता है। इसका उपयोग लोग अपने घरों के गमलों एवं फसलों में बहुतायत में करते है।

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कम्पोस्ट खाद तैयार करने के लिए अपने घर के नजदीक किसी खाली स्थान पर पशुओं की गोबर और सड़ी गली पत्तियां डालकर उसे भरते रहे। इसके लगभग एक साल बाद उस गड्डे में गोबर और घासफूस की पत्तियां गल और सड़कर एक उन्नत किस्म की प्राकृतिक खाद में बदल चुकी होंगी।

अब उस खाद को कर 1 किलो, 5 किलो और 10 किलो के अलग अलग पैकेट्स बनाकर पैक कर दे। और बाद में उसे पास के किसी बड़े शहर में जाकर बेचे। शुरुआत में इसका दाम थोड़ा कम रखें। यकीन मानिये लोगों को आपका प्रोडक्ट बहुत पसंद आएगा और लोग आपको फ़ोन पे ही आर्डर देने लगेंगे।

यदि आपका ये आईडिया काम कर जाता है तो बाद में आप अपने प्रोडक्ट को अमेज़न जैसी साइट पर ऑनलाइन भी बेच सकते है।

कपड़ों का बिज़नेस:

गांव में कपड़े का व्यापार भी बहुत अच्छा चलता है। कुछ लोग गांव में फेरी लगाकर भी कपड़े बेचने का काम करते है। तो वहीं कुछ लोग दुकान लगाकर भी कपड़े बेचते है।

कुछ उपनगरीय ग्रामीण इलाकों में कपड़ों के फैंसी आइटम्स भी खूब बिकते हैं और कपड़ों के ब्रांडेड शोरूम भी खुलने लगे है। अगर आप अपने गांव के आसपास एक बढ़िया सी कपड़ों की दुकान शुरू करते हैं तो इसमें भी आपको अच्छा बेनिफिट देखने को मिलेगा।

मिटटी के उत्पाद बनाना

मौसम और त्यौहारी सीजन में मिटटी के आइटम भी बहुत ज्यादा डिमांड में रहते है। जैसे: मिट्टी के बर्तन जैसे मटके, कलश, दीपक, कुल्लहड़ और खिलोने आदि। ये मार्केट में खूब बिकते है और इसमें भी बढ़िया मार्जिन मिलता है। इसलिए गांव में रहने वाले लोगो के लिए यह भी एक अच्छा व्यवसाय है।

समोसा कचोरी की दुकान:

गांव में किसी सड़क किनारे या बाजार में इस तरह की खाने पीने की दुकान खोलकर भी अच्छा पैसा कमाया जा सकता है। इस तरह की दुकान में आप अपने इलाके के अनुसार पसंद किये जाने वाले खाने पीने के आइटम्स बेचेंगे तो ज्यादा बिकेंगे जैसे समोसा, कचोरी, नमकीन, सेव, गुझिया, जलेबी, मिठाई, बर्फी, मावा आदि।

जैविक खेती:

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दुनियाँ अब जैविक खेती की ओर बढ़ने लगी है। और अब लोगों को इसका महत्व भी समझ में आने लगा है। जैविक उत्पाद रासायनिक खाद्य उत्पादों की अपेक्षा स्वाद में बेहतर होते है और ज्यादा पौष्टिक भी होते है। इसलिए अब कुछ शहरों में तो लोग इसके लिए ज्यादा पैसा भी खर्च करने को तैयार रहते है।

अतः आप भी चाहे तो अपने गांव में जैविक खेती की शरुआत कर सकते है। इसके अलावा आप जैविक फलों का बागान भी लगा सकते है जैसे : अमरुद, केला, संतरा, आम, पपीता, सेब, अनार आदि।

चिकित्सा सेवा केंद्र:

भारत के ग्रामीण इलाकों में अच्छी स्वास्थ्य सेवाओं की अभी भी बहुत कमी है। गावों में लोग स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर बहुत परेशान रहते है और उन्हें छोटे मोटे इलाज के लिए भी गांव से दूर किसी शहर में जाना पड़ता है। अतः ऐसे इलाके में एक छोटा मोटा स्वास्थय क्लिनिक भी लोगों के लिए बहुत राहत का काम करता है।

इसके अलावा गांव में पशुधन की बहुतायत भी होती है और उन्हें भी समय समय पर चिकित्सा देखभाल की जरूरत होती है जिसके लिए पशुओं के डॉक्टर की जरूरत होती है। इसलिए ग्रामीण क्षेत्रों में किसी भी प्रकार की स्वास्थ्य एवं चिकिस्ता सेवाएं शुरू करना बहुत फायदेमंद रहेगा।

हैंडमेड आइटम्स तैयार करना:

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आजकल बाज़ार में हैंडमेड आइटम्स की भी खूब डिमांड रहती है। जैसे – बांस एवं जूट के प्रोडक्ट जिनमें बैग, टोकरी, रस्सी, चटाई, थैले, फैंसी आइटम्स, डेकोरेशन के सामान इत्यादि। इनमें भी काफी अच्छा मुनाफा मिलता है।

उपरोक्त बिज़नेस के अलावा भी कुछ अन्य Business Plans है जो गांव में शुरू किये जा सकते हैं। जैसे-

  1. मशरूम की खेती
  2. किराने की दुकान:
  3. मसाला उद्योग
  4. दोना पत्तल तैयार करना
  5. बीड़ी बनाना
  6. रस्सी बनाना
  7. कपड़ों की सिलाई-कढ़ाई
  8. फल एवं सब्जी की दुकान
  9. जुटे चप्पल की दुकान
  10. इलेक्ट्रॉनिक सामान की दुकान
  11. जनरल स्टोर
  12. आटा चक्की
  13. मोबाइल की दुकान
  14. कपड़े सिलाई की दुकान

उम्मीद करता हूँ मित्रों! आपको ये गांव में ज्यादा कमाई वाले बिज़नेस आइडियाज जरूर पसंद आये होंगे। इसे अपने मित्रों एवं फेमिली मेंबर्स के साथ शेयर जरूर करें। यदि मन में कोई सवाल हो तो नीचे कमेंट करके जरूर बताये।

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